लखनऊ में राजनीति एक बार फिर गर्म होने वाली है। क्योंकि
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती जल्द ही एक बड़ी रैली को संबोधित करने जा रही हैं।
यह रैली न केवल बसपा के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के राजनीतिक माहौल को गर्म करदेगी।
इस रैली में मायावती लगभग तीन घंटे तक मंच पर मौजूद रहेंगी, और लाखों समर्थकों के आने की भी संभावना है।
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कार्यकर्ताओं में जोश और उम्मीद
बसपा कार्यकर्ताओं में इस रैली को लेकर गजब का उत्साह है।
कई जिलों से बसों और ट्रेनों में समर्थक लखनऊ पहुंच रहे हैं।
पार्टी का झंडा थामे, मायावती के पोस्टर लगाए युवा “जय भीम” और “बहुजन की आवाज़ मायावती” के नारे लगा रहे हैं।
रैली स्थल पर सजावट, मंच की तैयारी और सुरक्षा की व्यवस्थाएं पूरी रफ्तार से चल रही हैं।
हर किसी के चेहरे पर “मायावती को करीब से देखने” का उत्साह साफ झलक रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था होगी चाक-चौबंद
इतनी बड़ी भीड़ को देखते हुए लखनऊ पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं।
करीब 2000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, वहीं रैली स्थल पर ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से निगरानी रखी जाएगी।
महिला पुलिस बल और रैपिड एक्शन टीम भी मौके पर मौजूद रहेगी।
प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि रैली पूरी तरह शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में सम्पन्न हो।

मायावती का एजेंडा क्या होगा?
इस रैली में मायावती का फोकस साफ रहेगा —
वो राज्य की जनता को बताएंगी कि बसपा किस तरह दलितों, पिछड़ों और गरीबों की आवाज़ बनकर आगे बढ़ रही है।
सूत्रों के मुताबिक मायावती इस दौरान
- युवाओं के रोजगार,
- महिलाओं की सुरक्षा,
- और गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति जैसे मुद्दों पर खुलकर बोलेंगी।
वो अपने भाषण में केंद्र और राज्य सरकारों पर भी निशाना साध सकती हैं और
बसपा के नए मिशन 2025 की झलक भी दिखा सकती हैं।र्ग के कल्याण के लिए
नई योजनाओं की घोषणा भी कर सकती हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
लखनऊ बसपा रैली 2025 सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि
मायावती के नेतृत्व में बसपा के नए अभियान की शुरुआत मानी जा रही है।
तीन घंटे तक मंच पर मौजूद रहकर मायावती जहां कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगी,
वहीं उनकी मौजूदगी यह संदेश भी देगी कि बसपा आने वाले चुनाव में
फिर से मजबूत वापसी की तैयारी में है।