IBPS क्लर्क परीक्षा 2025 इस बार चर्चा में है, क्योंकि कुछ अलग है। परीक्षा के दौरान 21 फर्जी उम्मीदवारों को पकड़ा गया, जिन्होंने AI (Artificial Intelligence) की सहायता से असली उम्मीदवारों के चेहरों की जगह नकली चेहरे बनाकर एडमिट कार्ड बनाये थे। ये चेहरें इतने असली जैसे लग रहे थे कि चेकिंग में लगे अधिकारियों को पहली नजर में कुछ शक नहीं हो पाया।
लेकिन जब परीक्षा केंद्र पर फेस रिकग्निशन और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन किया गया, तो सिस्टम ने कुछ गलत चीज नोटिस की। इसके बाद जांच में पता चला कि कई उम्मीदवारों ने AI तकनीक से चेहरों को मॉडिफाई कर नकली पहचान बनाई थी।
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कैसे पकड़े गए ये फर्जी उम्मीदवार
जांच एजेंसियों ने बताया कि परीक्षा के दौरान कुछ चेहरों और फिंगरप्रिंट में अंतर पाया गया था। जिसके बाद जब एडमिट कार्ड, फोटो और फेस स्कैन को मिलाया गया तो कई प्रोफाइल्स में गड़बड़ी मिलीं। जांच आगे बढ़ी तो यह खुलासा हुआ कि सभी चेहरें AI से बनाये गए फेस मॉडल थे।
इन उम्मीदवारों ने परीक्षा देने के लिए किसी और को भेजा था, जबकि असली उम्मीदवार घर बैठे थे। अब पुलिस इन फर्जीवाड़े के पीछे के नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है।

IBPS ने उठाए सख्त कदम
इस न्यूज के बाद से IBPS (Institute of Banking Personnel Selection) ने अपनी परीक्षा प्रक्रिया को और भी कठिन कर दिया है। अब भविष्य में सभी उम्मीदवारों के लिए लाइव फेस वेरिफिकेशन, बायोमेट्रिक स्कैनिंग, और दो-स्तरीय पहचान जांच की व्यवस्था की जा रही है।
IBPS ने सभी परीक्षा केंद्रों को यह निर्देश दिया है कि वे CCTV रिकॉर्डिंग को अनिवार्य रूप से सुरक्षित रखें और किसी भी असामान्य गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें।
उम्मीदवारों को मिली चेतावनी
IBPS ने सभी उम्मीदवारों को सख्त चेतावनी दी है कि वे किसी भी फर्जी एजेंट या शॉर्टकट का सहारा न लें। परीक्षा पूरी तरह डिजिटल निगरानी में होती है और किसी भी संधिगध गतिविधि में शामिल पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई होगी।
AI तकनीक का गलत इस्तेमाल
यह मामला बताता है कि जहां एक ओर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) दुनिया को आगे बढ़ाने मे मदद कर रही है, वहीं दूसरी ओर इसका गलत उपयोग भी बढ़ रहा है। अब अपराधी इसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए करने लगे हैं, जिससे परीक्षा संस्थानों और प्रशासन के लिए नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि आने वाले समय में परीक्षा सुरक्षा के लिए केवल निगरानी ही नहीं बल्कि AI के खिलाफ AI जैसी टेक्नोलॉजी भी लाना जरूरी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
IBPS क्लर्क परीक्षा 2025 में AI से बने नकली चेहरों का खुलासा यह बताता है कि अब परीक्षा प्रणाली को और तकनीकी रूप से मज़बूत बनाने की जरूरत है। IBPS द्वारा किए गए नए कदम सही दिशा में हैं और इससे भविष्य में ऐसे फर्जीवाड़ों पर रोक लगाई जा सकेगी और छात्रों को भी ऐसे गलत चीजों से बचना चाहिए धन्यवाद।